Few dialogues from this movie, which I found worth to summarize and remember:
=====================================================================
धर्म की परिभाषा क्या है?
-> जहा धर्म है वह सत्य के लिए जगह नहीं है, और जहा सत्य है वह तो धर्म की जरूरत ही नहीं है।
=====================================================================
धर्म या मजहब एक इंसान की जिंदगी में क्या काम करता है?
-> आज के यूग में, या तो वो इंसान को बेबस बना देता है या फिर आतंकवादी!
=====================================================================
अगर मैं भगवन को मानता हूँ तो क्या वो मेरे सामने आ जायेंगे?
-> क्या तुम मंदिर, मूर्ति में विश्वास रखते हो?
-> हाँ
-> तो वो तुम्हारे सामने नहीं आयेंगे।
-> क्यों?
-> क्योंकि तुम उससे मंदिर मूर्ति में ढूंड रहे हो, तो उनको रूबरू होने की क्या जरूरत?
=====================================================================
साईबाबा
अपनी पूरी जिंदगी गरीबों के लिए और गरीबी में जिए। जब तक वो जिन्दा रहे,
तेल की एक एक बूंद के लिए दरबदर भटकते रहे। और आज वो मरने के बाद, उनके लिए
करोड़ों का सिंघासन, सोनेका मुखट! ऐसा किस लिए?
=====================================================================
जिस मनुष्य के लिए सुख और दुःख सामान है, जो भय और क्रोध से मुक्त है, जिसका मन और बुद्धि स्थिर है, वही सिद्ध पुरुष कहलाता है।
-- श्रीमद भगवत गीता
=====================================================================
जैसे एक भक्त भगवान के बिना अधुरा होता है, वैसेही भगवान भी एक सच्चे भक्त के बिना अधुरा होता है।
=====================================================================
नास्तिक का मतलब क्या है?
->
जो हर चीज़ को देखे, समझे, सोचे, परखे और फिर ये कहे के ये झूठ है, भगवान
है ही नहीं, उसे नास्तिक कहते है। इसलिए भगवान उनसे ही मिलते है जो वही सब
कुछ करते है जो एक नास्तिक करता है।
पर एक सच्चा नास्तिक एक सच्चा आस्तिक बन सकता है। लोग तो भगवान के पास सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए जाते है।
=====================================================================
आज लोग भगवान से प्रेम नहीं करते, लोग उनसे डरते है। (Today people do not love God, they are afraid of God.)
=====================================================================
भगवान सारी बुरी चीज़ों को नष्ट क्यों नहीं करते?
->
महाभारत जैसा युद्ध एक ही क्षण में ख़त्म हो जाता अगर भगवान श्री कृष्ण
शस्त्र उठाते। पर वो उनका काम नहीं है। उनका काम है, लोगों को सही और गलत
की समझ देना। ये जीवन तुम्हारा है, युद्ध तुम्हारा है, तुम तह करो तुम्हे
क्या करना है। लड़ना है तो लड़ो, या फिर चुप चाप जाके सो जाओ।
=====================================================================
भगवान हर जगह, हर कण कण में है। हमारी दुनिया इतनी सुन्दर है तो क्या भगवान सिर्फ मंदिरोंमे ही रहेंगे?
भगवान को सिर्फ दिल से मानिए, तो भगवान तुम्हे मिलेंगे। इंसान में भगवान को देखोगे तो तुम्हे भगवान मिल जायेंगे, पत्थारोंमे नहीं।
=====================================================================
भगवान
ने सिर्फ इंसान बनाये है। इंसान ने ये जात-पात, धर्म बनाए है। और ये धर्म
का धंदा हजारो सालों से चला आ रहा है। धर्म का धंदा मत करो। पर लोगों से
उनका धर्म मत छीनो, वरना वो तुम्हे अपना धर्म बना देंगे।
=====================================================================
For so many day I have not visited any temple. And now this movie further inspired me to not to go in local temples (normal temples in cities).
But yes, there are scientific reason to visit places (temples or any other place) which are at greater heights or depths. You can get details about this on internet.
I hope you like these dialogues and will follow some or all of them.
Will present to you some more movies soon.
And finally, don't forget to share if you liked it.
👍👍👍Hi Nitin.. its a good one.. i am too inspired with this movie as it teaches how to remove blind-faiths while worshipping.. i am in process to read Shrimad Bhagvat Gita.. so was surfing for good dialogues from OMG. Thnks. Wish u gud luck in life.
ReplyDelete